दृष्टिः
आजीविका सुरक्षा एवं पारिस्थितिकी पर्यटन के लिए पर्वतीय क्षेत्र में शीतजल मत्स्य पालन तथा जलकृषि एक महत्वपूर्ण गतिविधिा होगी।
उद्देश्यः
शीतजल मत्स्य संसाधनों का आंकलन तथ प्रबन्धन, पर्वतीय मत्स्य पालन प्रौद्योगिकियों एवं माॅडल विकास तथा क्षेत्र का समुचित विकास।
अधिदेशः
- शीतजल मत्स्य पालन में बुनियादी, रणनीतिक तथा प्रयोगिक अनुसंधान
- पर्वतीय मत्स्य संसाधनों के भण्डार के रूप में कार्य करना।
- प्रशिक्षण, शिक्षा एवं विस्तार के माध्यम से मानव संसाधन का विकास।